PTSD Full Form – PTSD की फुल फॉर्म क्या होती है ?

PTSD Full Form in Hindi :- अगर आप किसी competitive एग्जाम की तैयारी कर रहे, तो आपके लिए यह जानना बहुत ही जरुरी हो जाता है, कि
PTSD की फुल फॉर्म क्या होती है ? क्योंकि हर परीक्षा में एक से दो प्रश्न Full Form से रिलेटेड पूछे जाते है।

आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की PTSD क्या है और इसकी फुल फॉर्म क्या होती है ? इसलिए पोस्ट कों शुरू से लेकर अंत तक पुरा पढ़े।


PTSD Full Form in Hindi – PTSD का हिंदी मतलब

PTSD का फुल फॉर्म “ पोस्ट ट्रेमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर ” होता है। यह एक प्रकार की बीमारी होती है। जिस इंसान कों यह परेशानी होती है, उसका सामान्य जीवन काफ़ी मुश्किल भरा हो जाता है।

P-Post

T-Traumatic

S-Stress

D-Disorder

Post-Traumatic Stress Disorder कों हिंदी में “अभिघातजन्य के बाद का तनाव विकार” कहते है। पोस्ट में आगे बढ़ते हैं और आपको PTSD के बारे में विस्तार से जानकारी बताते हैं।


PTSD क्या है ? -What is PTSD in Hindi

Post-Traumatic Stress Disorder (PTSD) एक मानसिक विकार है, जिसमे एक व्यक्ति एक या अधिक घटनाओं के बाद उनके अनुभवों और उनसे जुड़ी भावनाओं के बारे में नियंत्रण खो देता है।

यह विकार उन लोगों में देखा जाता है, जिन्होंने एक या अधिक घटनाओं को अनुभव किया है, जो उन्हें भयानक या भयभीत करती हैं, जैसे कि जंगली हमले, भूकंप, बलात्कार या दुर्घटनाएं।

यह विकार व्यक्ति को उन घटनाओं के बारे में घटित होने वाले वास्तविक या काल्पनिक संबंधों से जुड़ी स्मृतियों के लिए भयानक या अनुभव करने के लिए उत्तेजित करता है।

इस विकार के संबंध में अन्य लक्षण शामिल हो सकते हैं। जैसे नींद की समस्याएं, गंभीर उतार-चढ़ाव, उनकी रुचि में कमी, संबंधों में समस्याएं।

इसके अलावा इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति उछल कूद करना शुरू कर देता है। साथ ही अगर कोई सही बात भी बोल रहा है, तो उसको वह बात बुरी लगती है और चिड़चिड़ा स्वभाव हो जाता है।

इसे चिकित्सा की मदद से नियंत्रण में लाया जा सकता है। जैसे कि प्राथमिक जांच, चिकित्सा दवाओं का उपयोग और साइकोथेरेप्यूटिक  टॉक थेरेपी का इस्तेमाल भी किया जाता है।


PTSD के प्रमुख लक्षण – Major symptoms of PTSD in Hindi

ऊपर हमने PTSD Full Form in Hindi के बारे में जाना, अब हम PTSD के प्रमुख लक्षण – Major symptoms of PTSD in Hindi के बारे में जानते है।

PTSD एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति को एक बार घेरने के बाद काफी लंबे समय तक उसका पीछा नहीं छोड़ती है।

व्यक्ति की ऐसी स्थिति हो जाती है, कि वह ना तो मर सकता है और ना ही जीवित रह सकता है। PTSD के लक्षण एक दर्दनाक घटना के एक महीने के भीतर शुरू हो सकते है, लेकिन देखा गया है, कि बहुत से व्यक्तियों को 1 साल के बाद भी इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं।

PTSD के लक्षण चार श्रेणी में विभाजित किए गए है :-

1.Intrusion( घुसपैठ की यादें ) : इस श्रेणी में व्यक्ति को  वर्तमान में और भविष्य में अनुभव करने वाली जघन्य या उत्तेजित करने वाली घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता होती है, यानी व्यक्ति घटनाओं को बार-बार याद करता है, जिन घटनाओं की वजह से उसे बहुत बड़ा आघात पहुंचा हो।

2.Avoidance( परिहार ) : इस श्रेणी में व्यक्ति अपनी घटनाओं से संबंधित जगह, लोग, वस्तुएं या काम से दूर रहने की कोशिश करते हैं। वे भावनात्मक रूप से इस विषय से बचने का प्रयास करते हैं, जो उन्हें परेशान करता है।

3.Negative alterations in cognitions and mood ( सोच और मनोदशा में नकारात्मक परिवर्तन ) : इस श्रेणी में व्यक्ति को अपने अंदर कुछ बदलाव महसूस होते हैं। वे घटनाओं के साथ संबंधित संदेह, उत्सुकता , विवेकशीलता या सुस्पष्टता की कमी महसूस करते हैं। वे सकारात्मक विचारों और भावनाओं की कमी भी महसूस करते हैं।

4.Hyperarousal ( शारीरिक और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं में परिवर्तन ) : इस श्रेणी में व्यक्ति को अपनी दुख और उत्सुकता को नियंत्रित करने में मुश्किल होती है। इसके साथ ही सोने में कठिनाई,चीजों को याद रखने में कठिनाई ,नकारात्मक विचार और मनोदशा ,चिंतित महसूस करते हैं और आसानी से परेशान हो जाते हैं।


PTSD का इलाज -Treatment of PTSD in Hindi

ऊपर हमने PTSD Full Form in Hindi के बारे में जाना, अब हम PTSD का इलाज -Treatment of PTSD in Hindi के बारे में जानते है।

PTSD का समय रहते हुए इलाज ना किया जाए, तो यह ग्रसित व्यक्ति को आने वाले समय में बहुत ही परेशान कर सकता है। हालांकि इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति अपने दोस्तों और परिवार वालों के सपोर्ट से इस बीमारी से उभर आते हैं।

लेकिन जो लोग इस बीमारी से नहीं उतर पाते हैं, उन्हें एक अच्छे चिकित्सक की आवश्यक होती है। PTSD का इलाज निम्नलिखित 3 तरीकों से आसानी से किया जा सकता है :-

1.दवाओं का उपयोग : दवाओं का उपयोग पीटीएसडी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है, जिसमे सीएसआई ( SSRIS ) और सीएनएसआईडी ( SNRIS ) दर्द और तनाव कम करने में बहुत ही उपयोगी दवाइयां मानी जाती हैं।

2.थेरेपी : थेरेपी एक बहुत ही उपयोगी और प्रभावी इलाज है, जो एक व्यक्ति को उसके दुखद अनुभवों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है, इस बीमारी के लिए साइकोथेरेप्यूटिक  टॉक थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है।

3.क्रियात्मक इलाज : क्रियात्मक इलाज, जैसे कि योग और मेडिटेशन एक व्यक्ति के मन को शांत करने और सक्रिय रहने में मदद कर सकते हैं।


PTSD के मरीज कों आपातकालीन सहायता कब प्राप्त करनी चाहिए ?

PTSD के मरीज को आपातकालीन सहायता की जरूरत पड़ती है। जब उसकी ऐसी स्थिति हो जाती है, कि वह स्वयं को चोट या दूसरे को चोट पहुंचाने की कोशिश करता है।

इसके लिए सरकार के द्वारा 911 आपातकालीन सहायता नंबर जारी किया गया है, जिससे कि आप तुरंत विभाग को उस व्यक्ति के बारे में सूचित कर सकते हैं, जो ऐसी स्थिति से गुजर रहा है।


[अंतिम शब्द ]

उम्मीद करतें है, दोस्तों आपको हमारे द्वारा PTSD Full Form in Hindi से थोड़ी जानकारी पसंद आई होगी।

आपको पोस्ट PTSD Full Form In Hindi कैसी लगी कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताएं और अपने दोस्तों तक ज्यादा से ज्यादा इस पोस्ट को शेयर करें।


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