PHD full form in Hindi :- दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम लोग जानेंगे कि PHD का फुल फॉर्म क्या होता है? और PhD के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? और अन्य क्षेत्र में PHD ka Full Form क्या होता है? तो यदि आप नहीं जानते हैं और जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें और चलिए शुरू करते हैं इस आर्टिकल को,
PhD का फुल फॉर्म ( PhD full form in Hindi)
PhD का full form doctor of philosophy होता है। आप जिस भी विषय में PhD करते हैं आप उस विषय के जानकार और expert माने जाते हैं। PhD को सामान्य तौर पर doctrate degree के नाम से भी जाना जाता है।
PhD का कोर्स कर लेने के बाद आपके नाम के आगे Dr. शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। यह course सामान्यतः 3 साल का होता है।
Ph. – philosophy
D – doctor
PhD क्या होता है?
PhD उच्चतम स्तर की degree होती है। यह विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त degree होती है। इस degree को किसी छात्र को तब दिया जाता है, जब वह अपने शोध के विषय को सफलतापूर्वक पूरा कर जमा करता है।
कैंडिडेट के द्वारा किए गए शोध कार्य की गहरी जांच करने के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा यह degree छात्र को प्रदान की जाती है।
PhD कोर्स 3 सालों का होता है। हालांकि कैंडिडेट को इस कोर्स को पूरा करने के लिए अधिकतम 6 सालों का समय दिया जाता है।
जब कोई छात्र किसी specific विषय में इस degree को हासिल कर लेता है तो वह उस विषय का expert माना जाता है। उदाहरण के लिए, यदि आपने physics में PhD किया है तो आप physics के ज्ञाता माने जाएंगे अर्थात आप को physics की गहरी knowledge है।
PhD मे admission के लिये दिये जाने वाले exam
यदि आप PhD के कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको NET का एग्जाम देना होगा। इस एग्जाम को पास कर लेने के बाद ही आपको PhD के कोर्स में दाखिला मिलता है।
इसके अलावा PhD में दाखिला लेने के लिए कुछ अन्य प्रकार के exams भी देने पड़ सकते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस विश्वविद्यालय में PhD का कोर्स करने के लिए दाखिला लेना चाहते हैं। PhD के कोर्स में admission लेने के लिए दिए जाने वाले exam निम्न प्रकार से है:-
- JRF
- DBI
- NCBS
- ICMR JRF
- JNJ PhD
PhD के लिए योग्यता
- PhD करने के लिए आपके पास master degree होना अनिवार्य होता है, हालांकि कुछ विषयों में PhD करने के लिए candidate के पास M. Phill की degree होना भी आवश्यक होता है।
- मास्टर degree में आपके कम से कम 55% नंबर होने ही चाहिए, तभी आपको PhD कोर्स में admission मिल पाती है। एससी, एसटी candidate के लिए कम से कम 50% अंक होना अनिवार्य होता है।
- भारत के कुछ बेहतरीन विश्वविद्यालय से PhD का कोर्स करने के लिए candidate को NET का एग्जाम क्वालीफाई करना अनिवार्य होता है।
- इस कोर्स में admission प्राप्त करने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी। इसके साथ ही कई विश्वविद्यालय में candidate का interview भी लिया जाता है।
- यदि कोई candidate technology, engineering की field में PhD करना चाहता है तो उसके लिए उसका GATE का valid स्कोर होना आवश्यक होता है। इसके साथ ही M. Tech या ME का कोर्स होना पूरा होना चाहिए।
PhD करने के फायदे
- PhD करने के बाद आप उस फील्ड के expert कहलाएंगे, जिस विषय मे आपने PhD किया है।
- आपके द्वारा किए गए शोध को विश्व भर में प्रसिद्धि मिल सकती है और आपके द्वारा किये गए शोध को topic के तौर पर किताबों या magazine इत्यादि में शामिल किया जा सकता है।
- जब आप PhD कर लेते हैं तो उसके बाद आपको doctorate की उपाधि मिल जाती है।
- PhD करने के बाद आप यूनिवर्सिटी या कॉलेज में professor भी बन सकते हैं।
PhD करने के बाद नौकरी
यदि आप PhD का कोर्स कर लेते है तो आपके पास नौकरी के बहुत सारे विकल्प होते हैं। जो निम्न प्रकार से है :-
- Newspapers and magazine
- Educational Institute
- Philosophical journals
- Publishing house
- Human services industry
- Research Institute
- Writer
- Lecturer
- Researcher
- Electrical product design engineer
- Law firms
- Scientist
- Development and test engineers
- Professor
- Consultancy
- Independence Consultants
- Editors
(अंतिम विचार, conclusion)
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम लोग यह जाने हैं कि PHD का फुल फॉर्म क्या होता है? और PhD के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? इसके अलावा यह भी जाने हैं कि PhD करने के बाद नौकरी क्या है? और PhD करने के लाभ में क्या है? तो PhD के बारे में इतना सब जानने के बाद चलिए अब इस लेख को यहीं पर समाप्त करते हैं..धन्यवाद
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